

केंद्रीय मंत्रीपरिषद के मेरे साथी श्री हरदीप सिंह पुरी जी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजजी चाौहान, राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य, प्रशासन से जुड़े लोग, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के सभी लाभार्थी और इस कार्यक्रम में शामिल हुए मध्यप्रदेश के और मध्यप्रदेश से बाहर के सभी मेरे प्यारे मेरे भाइयों और बहनों।सबसे पहले प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के सभी लाभार्थियों को मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अब से कुछ देर पहले मुझे कुछ साथियों से बातचीत करने का अवसर मिला। उनकी बातों में एक विश्वास भी है, एक उम्मीद भी नजर आती है। ये भरोसा प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की मैं मानता हूं सबसे बड़ी सफलता है, सबसे बड़ी ताकत है। आपके श्रम की ताकत को, आपके आत्मसम्मान और आत्मबल को मैं आदरपूर्वक नमन करता हूं।देशभर के जो साथी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं, उन्हें भी मैं अपनी शुभकामनाएं देता हूं। विशेषतौर पर मध्य प्रदेश और शिवराज जी की टीम को मैं बहुत बधाई देता हूं, उनके प्रयासों से सिर्फ 2 महीने के समय में मध्य प्रदेश में 1 लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स- रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि योजना का लाभ सुनिश्चित हुआ है।कोरोना के बावजूद इतने कम समय में साढ़े 4 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को पहचान पत्र देना, सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग देना, मैं समझता हूं ये बहुत बड़ा काम है। मुझे विश्वास है कि अन्य राज्य भी मध्य प्रदेश के इस प्रयास से प्रेरणा ले करे जरूर प्रोत्साहित होंगे और हिन्दुस्तान के हर शहर में जितने भी हमारे रेहड़ी-पटरी वाले भाई-बहन हैं उनकेा बैंक से पैसा मिले, इसके लिए आप सक्रिय प्रयास करेंगे।साथियों, दुनिया में जब भी कोई ऐसा बड़ा संकट आता है, महामारी आती है तो उसका सबसे पहला और सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे गरीब भाई-बहनों पर ही पड़ता है। अधिक बारिश हो जाए तो भी तकलीफ गरीब को, अधिक ठंड आ जाए तो भी तकलीफ गरीब को, अधिक गरमी आ जाए तो भी तकलीफ गरीब को। गरीब को रोजगार का संकट होता है, उसके खाने-पीने का संकट होता है, उसकी जो जमा-पूंजी होती है वो खत्म हो जाती है। महामारी ये सब विपदाएं अपने साथ लेकर आती है। हमारे जो गरीब भाई बहन हैं, जो श्रमिक साथी हैं, जो रेहड़ी-पटरी वाले साथी हैं, इन सबने महामारी के इस संकट को सबसे ज्यादा महसूस किया है।


